कालीकट / अब्दुलकरीम अमजदी
हर साल की तरह इस साल भी दक्षिण भारत के केरल के सुन्नी संस्कृति के केंद्र कालीकट में पूरे 30 दिनों तक हर दिन बड़े पैमाने पर इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हजारों विद्वान, छात्र, रोगी, यात्री और धनी लोग भाग लेते हैं. इफ्तार के दौरान पारंपरिक तरीके से स्मरण एवं प्रार्थना का एक विशेष चक्र आयोजित किया जाता है. इस संबंध में, भारत के ग्रैंड मुफ्ती शेख अबू बक्र अहमद ने रमजान लयाली लोगो का अनावरण किया और औपचारिक रूप से एक स्वागत समिति का गठन भी किया.
रमजान लयाली योजना के तहत, मरकज परिसर में रमजान उपदेश, धार्मिक और आध्यात्मिक बैठकें, कल्याण संबंधी मामले और गरीबों की सहायता की जाएगी. कार्यक्रमों में अनाथों को कपड़े वितरित करना, सामूहिक एकांतवास, रात्रि जागरण, स्मरण मंडलियां, बद्र मौलूद और कद्र की रात शामिल हैं.
इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों, पिछड़े वर्गों, अस्पतालों, सार्वजनिक परिवहन, शरणार्थी शिविरों, अनाथों और असहाय गरीबों को लाभ मिलेगा. इस अवसर पर 25वें रमजान की शाम को एक राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा भी आयोजित की जाएगी. जिसमें तौहीद के हजारों बच्चे भाग लेंगे.
भारत के ग्रैंड मुफ्ती शेख अबू बकर अहमद ने कहा कि मुदन का महीना नजदीक आ रहा है, यह महीना अपार आशीर्वाद, ईश्वर से निकटता और आध्यात्मिक शक्ति लेकर आता है. रोजे का महीना रहमत, मगफिरत और क्षमा का महीना है. मुसलमानों को इसकी कद्र करनी चाहिए. शेख़ ने कहा कि रमजान में अल्लाह की प्रसन्नता पाने का सबसे अच्छा तरीक़ा दान, ख़ैरात, इबादत और रोजे हैं.