दुबई के गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा की ओर से अजमेर दरगाह में लंगर, एक लाख लोगों में बांटे भोजन

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 15-04-2023
दुबई के गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा की ओर से अजमेर दरगाह में लंगर, एक लाख लोगों में बांटे भोजन
दुबई के गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा की ओर से अजमेर दरगाह में लंगर, एक लाख लोगों में बांटे भोजन

 

आवाज द वाॅयस /अजमेर

रमजान और बैसाखी के मौके पर दरगाह अजमेर शरीफ में दुबई के गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा की ओर से छोटे शाही देग के लंगर वितरण का आयोजन किया गया. इस दौरान दरगाह और आसपास के इलाकों में एक लाख लोगों के बीच भोजन बांटे गए.
 
इस मौके पर संयुक्त अरब अमीरात के गुरुद्वारा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कंधारी,चेयरपर्सन बबल्स कंधारी और चिश्ती फाउंडेशन की ग्लोबल इंटरफेथ पीस इनिशिएटिव के हाजी सैयद सलमान चिश्ती विशेष मौजूद रहे.
लंबर वितरण में अजमेर जिला पुलिस महानिरीक्षक रूपिंदर सिंह और जिला कलेक्टर अंशदीप सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हाथ बटाया.
 
 
शाही देग चावल, चीनी, सूखे मेवे, शुद्ध घी और अन्य सामग्री से 2000 किलोग्राम भोजन क्षमता वाले देग में तैयार किया गया था. यह देग 15 वीं शताब्दी का और लगभग 500 साल पुराना है.बताया गया कि छोटे शाही देग में तैयार किया गया शाकाहारी लंगर अजमेर दरगाह शरीफ के साथ आस-पास के गांवों में बंटवाया गया. चिश्ती के एक बयान के मुताबिक, 100,000 से अधिक लोगों को इस दौरान स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराए गए. 
 
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शाही देग लंगर के आयोजन के पीछे सांप्रदायिक सद्भाव और विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच एकता की भावना को बढ़ावा देना था. ख्वाजा गरीब नवाज (आर) की भी यही शिक्षा रही है. दरगाह शरीफ के प्रांगण में इस दौरान भक्तों का जमावड़ा मौजूद था.
 
लोगों ने इस तरह के कार्यक्रम की सराहना की.अधिकारियों ने कहा कि खुद्दाम ए ख्वाजा गरीब नवाज (आर) के सामुदायिक प्रयासों और ग्लोबल इंटरफेथ डायलॉग तथा सेवा वर्क्स के हाजी सैयद सलमान चिश्ती के प्रयासों से पहले भी ऐसे अनेक काम को चुके हैं.
 
मौलाना आजाद फाउंडेशन, अजमेर इंटरफेथ काउंसिल के अध्यक्ष प्रकाश जैन सहित अन्य धर्मों के वरिष्ठ लोग भी दरगाह अजमेर शरीफ में मौजूद रहे. शाही कव्वालों ने सूफी कलाम पेश किया.बताया गया कि दुबई में गुरुनानक दरबार गुरुद्वारा साहिब दशकों से अंतर-विश्वास सद्भाव और सामाजिक कल्याण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है.
 
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भारत में अजमेर दरगाह दरबार शरीफ में चिश्ती फाउंडेशन के साथ यह संयुक्त प्रयास भी उसी का हिस्सा है. हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने बताया, शाही देग लंगर उदारता और विनम्रता का प्रतीक है जो बिना किसी भेदभाव के दूसरों की सेवा करने के महत्व पर जोर देता है.
 
आगत अतिथियों के दरगाह पहुंचने पर हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने खुद्दाम ए ख्वाजा समुदाय के वरिष्ठ सदस्यों, सैयद मुनव्वर चिश्ती, सैयद तारिक चिश्ती, सैयद इमरान ख्वाजाघानी एसबी, सैयद अमन चिश्ती, सैयद महाराज चिश्ती, सैयद अफशां चिश्ती के साथ फूल माला पहनाकर स्वागत किया.