राकेश चौरासिया
होली, रंगों का त्योहार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. यह हिंदू पंचांग के अनुसार एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. 2025 में होली का पर्व मार्च माह में पड़ रही है. आइए जानते हैं होली 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त और इससे जुड़ी अन्य जानकारी.
होलिका दहन: 13 मार्च 2025 (गुरुवार)
रंग वाली होली: 14 मार्च 2025 (शुक्रवार)
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
रंग खेलने का शुभ समय
होली का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. यह न केवल रंगों का उत्सव है बल्कि समाज में प्रेम, सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने का पर्व भी है. होली का उल्लेख कई पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है.
होली का पौराणिक संदर्भ
होली से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कथा भक्त प्रह्लाद और हिरण्यकशिपु की है. भक्त प्रह्लाद भगवान विष्णु के परम भक्त थे, लेकिन उनके पिता, राक्षसराज हिरण्यकशिपु, विष्णु के घोर विरोधी थे. उन्होंने अपने पुत्र को विष्णु भक्ति से रोकने के लिए कई अत्याचार किए.
अंततः उन्होंने अपनी बहन होलिका, जिसे अग्नि से न जलने का वरदान प्राप्त था, की सहायता से प्रह्लाद को जलाने की योजना बनाई. लेकिन भगवान की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका अग्नि में भस्म हो गई. तभी से यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है.
होली पूजा विधि
पहले फागुन लगते ही होली प्रारंभ हो जाती थी और गांवों में फगवा गाया जाने लगता था. अब होली का पर्व दो दिनों तक मनाया जाता है. ग्राम्य अंचल में अब भी पारंपरिक ढंग से कई दिनों तक होली मनाई जाती है. नगरीय क्षेत्रा में पहले दिन होलिका दहन और दूसरे दिन रंगोत्सव.
होलिका दहन की विधि
रंग खेलने की परंपरा
रंग वाली होली फाल्गुन शुक्ल प्रतिपदा को खेली जाती है. इस दिन लोग अबीर-गुलाल, पानी के रंगों और फूलों से होली खेलते हैं. यह दिन विशेष रूप से प्रेम और सद्भावना को बढ़ाने का होता है.
होली 2025 के विशेष योग और उपाय
होली पर किए जाने वाले विशेष उपाय
होली के दौरान सावधानियां
होली 2025 का पर्व 13 और 14 मार्च को मनाया जाएगा. यह त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है. इस दिन लोग आपसी मनमुटाव भुलाकर प्रेम और सद्भावना का संदेश देते हैं. होली का आनंद उठाने के साथ हमें पर्यावरण और सुरक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए. रंगों के इस महापर्व पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!