नई दिल्ली. राष्ट्रीय उर्दू भाषा संवर्धन परिषद के मुख्यालय, नई दिल्ली में आज खताती यानी सुलेख एवं ग्राफिक डिजाइनिंग केंद्रों के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई, जिसमें दिल्ली एवं दिल्ली से बाहर के केंद्र प्रभारियों ने भाग लिया. दिल्ली से बाहर के केंद्रों के प्रमुखों ने इस बैठक में ऑनलाइन भाग लिया.
इस अवसर पर राष्ट्रीय उर्दू परिषद के निदेशक डॉ. शम्स इकबाल ने कहा कि खताती हमारी संस्कृति का हिस्सा है, इसकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है और इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं. इस बैठक का उद्देश्य सभी केंद्र अधिकारियों के साथ बातचीत और परिचय करना है. हम केंद्र के नेताओं की सलाह के आलोक में इस पाठ्यक्रम को और बेहतर बना सकते हैं.
डॉ. शमा कोसरेजदानी (सहायक निदेशक अकादमिक) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सुलेख और ग्राफिक डिजाइनिंग केंद्रों में अच्छी तरह से प्रशिक्षित, अनुभवी शिक्षकों के चयन पर जोर दिया.
इस अवसर पर बैठक में शामिल केन्द्राध्यक्षों को कुछ निर्देश भी दिए गए. बैठक का समापन अनुसंधान अधिकारी इंतिखाब अहमद के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. बैठक में मुहम्मद कासिम और मुहम्मद अफरोज भी शामिल हुए.