आवाज द वाॅयसय /दुबई
भारत और सऊदी अरब के बीच धार्मिक और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करते हुए, भारत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू और सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ. तौफीक बिन फौजान अल-रबिया ने हज 2025 समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता 1,75,025 भारतीय हाजियों के लिए कोटा सुनिश्चित करता है, जो दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक हज के लिए महत्वपूर्ण कदम है.
जेद्दा में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस अवसर पर मंत्री रिजिजू ने कहा, "यह समझौता भारतीय हज यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और सऊदी अरब के साथ भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है."
डॉ. तौफीक बिन फौजान अल-रबिया ने भारत और सऊदी अरब के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों की सराहना की. कहा कि सऊदी अरब भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए सर्वश्रेष्ठ सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
India’s 🇮🇳 Minister of Minority Affairs, Kiran Rijiju @KirenRijiju, signed the Haj Agreement 2025 with Saudi Arabia’s 🇸🇦 Minister for Hajj and Umrah, Dr Tawfiq Bin Fawzan Al-Rabiah @tfrabiah, in Jeddah today. The agreement secures a quota of 175,025 pilgrims from India for the… pic.twitter.com/L5LmGKzVP1
— سعود حافظ | Saud Hafiz (@saudrahman27) January 13, 2025
हज समझौते के तहत, दोनों देशों ने हज 2025 के दौरान भारतीय तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सुधारों पर चर्चा की. इनमें तीर्थयात्रियों के आवास, परिवहन, और अन्य सुविधाओं को उन्नत करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
बैठक में यह भी सहमति बनी कि हज संचालन को डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा, जिससे भारतीय हाजियों को सभी सेवाएं समय पर और पारदर्शी तरीके से उपलब्ध हो सकें.
परिवहन और लॉजिस्टिक्स में सहयोग
रियाद में सऊदी अरब के परिवहन और लॉजिस्टिक्स सेवा मंत्री सालेह बिन नासिर अल-जस्सर के साथ मंत्री रिजिजू की मुलाकात ने दोनों देशों के बीच परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा को गति दी. बातचीत में भारत और सऊदी अरब के बीच हज यात्रियों के लिए हवाई सेवाओं और सुविधाओं में सुधार के लिए सहयोग की संभावनाएं तलाशने पर सहमति बनी.
जेद्दा हज टर्मिनल का निरीक्षण
मंत्री किरण रिजिजू मदीना और जेद्दा की अपनी यात्रा के दौरान हज 2025 के संचालन के लिए सऊदी अरब द्वारा की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे. उनके कार्यक्रम में जेद्दा हज टर्मिनल का दौरा शामिल है, जहां वह हज यात्रियों के स्वागत और आवास व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. इसके अलावा, वह हज संचालन को सुचारू और प्रभावी बनाने के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ समन्वय करेंगे..
भारत-सऊदी संबंधों में नई ऊर्जा
यह समझौता न केवल हज यात्रा को सुगम बनाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापक द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूत करता है. दोनों देशों ने धार्मिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में आपसी संबंधों को गहरा करने का संकल्प लिया.
मंत्री रिजिजू ने कहा, "हज 2025 के लिए यह समझौता दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग का प्रतीक है. भारत यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हज यात्रियों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान की जाएं, और उनके अनुभव को यादगार बनाया जाए."
हज 2025 के लिए क्या बदलेगा?
हज 2025 समझौते के तहत भारतीय तीर्थयात्रियों को अधिक डिजिटल सेवाओं का लाभ मिलेगा, जिसमें वीजा प्रक्रिया, आवास बुकिंग, और ऑन-ग्राउंड सुविधाएं शामिल हैं. सऊदी अरब ने यह भी सुनिश्चित किया है कि तीर्थयात्रा के दौरान सभी यात्रियों को स्वास्थ्य और सुरक्षा सेवाएं उपलब्ध होंगी.
सऊदी अरब के साथ सहयोग का विस्तार
भारत और सऊदी अरब के बीच बढ़ते संबंधों का यह समझौता एक और उदाहरण है. दोनों देशों ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ परिवहन और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने का भी निर्णय लिया है.
हज 2025 समझौता भारत और सऊदी अरब के गहरे संबंधों और साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम है. यह भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए न केवल सुविधा और आराम सुनिश्चित करेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा.
यह समझौता यह भी सुनिश्चित करता है कि भारत के लाखों मुसलमानों के लिए हज यात्रा का अनुभव स्मरणीय और आनंदमय हो, और उनके विश्वास और आध्यात्मिकता की यात्रा को आसान और सुखद बनाया जाए.