राकेश चौरासिया
भारत एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध देश है, जहां विभिन्न धर्मों के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल मौजूद हैं. इस लेख में हम भारत की पाँच सबसे प्रमुख मस्जिदों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे.
चेरामन जुमा मस्जिद
भारत के केरल राज्य के त्रिशूर जिले के कोडुंगल्लूर में चेरामन जुमा मस्जिद स्थित मस्जिद है. इसे भारत की सबसे पहली मस्जिद करार दिया जाता है. दावा किया जाता है कि मस्जिद का निर्माण 629 ई. में मलिक बिन दीनार ने करवाया था. मस्जिद का निर्माण केरल-इस्लामिक पारंपरिक वास्तु शास्त्र स्थापत्य शैली में किया गया था, जिसमें लटकते हुए लैंप थे, जिससे इसकी तिथि की ऐतिहासिकता के दावे अधिक पुख्ता होते हैं.
जामा मस्जिद, दिल्ली
भारत की सबसे बड़ी और भव्य मस्जिदों में से एक, जामा मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 1656 में करवाया था. यह मस्जिद लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनी हुई है और इसमें एक साथ 25,000 से अधिक लोग नमाज अदा कर सकते हैं. इसमें तीन विशाल द्वार, चार मीनारें और दो बड़ी मीनारें हैं, जो इसकी भव्यता को बढ़ाती हैं. जामा मस्जिद पुरानी दिल्ली के चाँदनी चौक इलाके में स्थित है और हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु यहाँ आते हैं.
मक्का मस्जिद, हैदराबाद
मक्का मस्जिद हैदराबाद की सबसे प्रसिद्ध मस्जिदों में से एक है, जिसे 17वीं शताब्दी में कुतुब शाही सुल्तानों ने बनवाया था. इस मस्जिद का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि इसमें उपयोग किए गए कुछ पत्थर मक्का से लाए गए थे. इसमें लगभग 10,000 लोग एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं. इसकी भव्य स्थापत्य कला और विशाल आंगन इसे भारत की सबसे खूबसूरत मस्जिदों में शामिल करती है.
हजरतबल मस्जिद, श्रीनगर
हजरतबल मस्जिद जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में स्थित है और इसे भारत की सबसे पवित्र मस्जिदों में से एक माना जाता है. यह मस्जिद प्रसिद्ध इसलिए है क्योंकि यहां इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर मोहम्मद साहब का एक पवित्र अवशेष रखा गया है. यह मस्जिद डल झील के किनारे स्थित है और इसकी सफेद संगमरमर की संरचना इसे अत्यंत आकर्षक बनाती है. हर साल हजारों श्रद्धालु इस मस्जिद में इबादत करने आते हैं.
चौक मस्जिद, लखनऊ
लखनऊ की चौक मस्जिद नवाबों की शाही वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है. इसका निर्माण नवाब मोहम्मद अली शाह ने 19वीं शताब्दी में करवाया था. यह मस्जिद अपनी भव्यता, जटिल नक्काशी और इस्लामिक स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है. लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतों में से एक, यह मस्जिद ईद और जुमे की नमाज के दौरान विशेष रूप से खचाखच भरी रहती है.
भारत की ये पाँच मस्जिदें केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का प्रतीक भी हैं. इनकी भव्यता, स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व इन्हें खास बनाते हैं.