Stock market opened on red mark after Donald Trump's victory, selling in metal and auto sector
मुंबई
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर खुला है. शुरुआती कारोबार में मेटल, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक और इंफ्रा सेक्टर में बिकवाली देखी जा रही है.
बीएसई का सेंसेक्स 381.53 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरने के बाद 79,996.60 पर कारोबार कर रहा है. वहीं, एनएसई का निफ्टी 130.90 अंक या 0.53 प्रतिशत गिरने के बाद 24,353.15 पर कारोबार कर रहा है. हालांकि, बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,250 शेयर हरे, जबकि 999 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. निफ्टी बैंक 255.55 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरने के बाद के 52,061.85 पर है.
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 87.70 अंक या 0.15 प्रतिशत चढ़ने के बाद 57,4.350 स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 19.70 अंक या 0.10 प्रतिशत फिसलने के बाद 18,886.40 पर है.
सेंसेक्स पैक में बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट,बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स बने हुए हैं. वहीं, टाटा स्टील, एचसीएल टेक, टीसीएस और जेएसडब्ल्यू स्टील टॉप गेनर्स रहे.
बाजार के जानकारों के अनुसार, "ट्रंप की जीत पहले से कहीं ज्यादा परिवर्तनकारी साबित हो रही है. कांग्रेस और सीनेट के रिपब्लिकन नियंत्रण में आने और राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा एक और कार्यकाल की चिंता किए बिना सत्ता का प्रयोग करने के साथ, ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद के महीनों में बड़े पैमाने पर परिवर्तनकारी निर्णय संभव हैं."
उन्होंने आगे कहा कि ये निर्णय अच्छे और बुरे दोनों साबित हो सकते हैं. 'अमेरिका फर्स्ट' की उनकी व्यवसाय समर्थक पहल अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकती है. लेकिन अगर वे अपनी बात पर अमल करते हैं और चीनी आयात पर 60 प्रतिशत और अन्य देशों से आयात पर 10 से 20 प्रतिशत टैरिफ लगाते हैं, तो इससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी.
एशियाई बाजारों की बात करें तो जकार्ता और टोक्यो के बाजार को छोड़कर शंघाई, सोल, बैंकॉक और हांगकांग के बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत का अमेरिकी शेयर बाजार ने शानदार तरीके स्वागत किया. अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन 3.57 प्रतिशत के जबरदस्त उछाल के बाद हरे निशान पर बंद हुए. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 6 नवंबर को 4,445 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 4,889 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी.