आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
ट्रंप के विभिन्न देशों पर लगाए गए आयात शुल्क के बाद डॉलर सूचकांक के तीन साल के निचले स्तर पर पहुंचने के कारण रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 33 पैसे की बढ़त के साथ 85.05 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी पूंजी प्रवाह से निवेशकों की धारणा को बल मिला.
व्यापारियों ने कहा कि घरेलू संकेतकों में उत्साहवर्धक सुधार तथा वैश्विक परिस्थितियों में बदलाव के कारण पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में भारतीय रुपये में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे रुपया मजबूत बना हुआ है, जबकि प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में अनिश्चितता का माहौल है.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.15 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 85.05 पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से 33 पैसे की बढ़त दर्शाता है. रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 26 पैसे मजबूत होकर 85.38 पर बंद हुआ था.
शुक्रवार को ‘गुड फ्राइडे’ के कारण विदेशी मुद्रा बाजार बंद था. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.92 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.31 पर रहा. अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.47 प्रतिशत गिरकर 66.96 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.
घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 482.87 अंक चढ़कर 79,036.07 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 146.85 अंक बढ़कर 23,998.50 पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 4,667.94 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.