भारत में 1,595 सौदों में निजी निवेश की डील एक्टिविटी 60 बिलियन डॉलर तक पहुंची

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 13-02-2025
Private investment deal activity in India reaches $60 billion in 1,595 deals
Private investment deal activity in India reaches $60 billion in 1,595 deals

 

मुंबई. भारत में निजी निवेश की डील एक्टिविटी पिछले साल नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई, जिसमें 1,595 डील में 60 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया. गुरुवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

2023 से अब तक 150 से अधिक ग्रोथ डील जोड़कर रिकॉर्ड हाई वॉल्यूम के साथ सस्टेन ग्रोथ स्टेज इंवेस्टमेंट मोमेंटम 10 बिलियन डॉलर पर है.

इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) और प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस की जॉइंट रिपोर्ट के अनुसार, कुल फंड जुटाने में ग्रोथ-फोक्स्ड फंड रेजिंग की हिस्सेदारी बढ़कर 29 प्रतिशत हो गई है, जो 5 साल में सबसे अधिक है.

'इंडिया ग्रोथ इक्विटी रिपोर्ट 2025' के अनुसार, जैसे-जैसे विकास चरण के निवेश से निकासी बढ़ती है, इसका अधिकांश हिस्सा सार्वजनिक बाजार निकासी से प्रेरित होता है, जो कुल निकासी मूल्य का 60 प्रतिशत है.

2025 में ग्रोथ डील और फंड जुटाने की संभावना बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए फंड तेजी से वैल्यू क्रिएशन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसमें ऑपरेटिंग टीमों के जरिए पोर्टफोलियो कंपनियों के साथ भागीदारी बढ़ाना और अधिकतम मूल्य प्राप्त करने के लिए निरंतर फंड स्थापित करना शामिल है.

इसके अलावा, रिपोर्ट के अनुसार, निवेशकों को 2025 में ग्रोथ डील एक्टिविटी और उपभोक्ता ऐप और प्लेटफार्म को लेकर मजबूती बने रहने की उम्मीद है.

साथ ही, एसएएएस/एआई, ईकॉमर्स और लिस्टिंग प्लेटफॉर्म और बीएफएसआई क्षेत्रों में निरंतर वृद्धि की उम्मीद है.

आईवीसीए के अध्यक्ष रजत टंडन ने कहा कि भारत का आर्थिक लचीलापन और निरंतर वृद्धि घरेलू और वैश्विक दोनों निवेशकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए आकर्षक बना हुआ है.

प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस के प्रबंध भागीदार और सीईओ मधुर सिंघल के अनुसार, 2025 में, मजबूत डील एक्टिविटी और फंड जुटाने की उम्मीद है, साथ ही निकासी के लिए निरंतर गति भी बढ़ेगी, जो भारत के विकसित हो रहे ग्रोथ इंवेस्टमेंट इकोसिस्टम को और बेहतर बनाएगी.

2025 में ग्रोथ डील और फंड रेजिंग के लिए संभावनाएं बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए फंड तेजी से परिचालन टीमों के जरिए पोर्टफोलियो कंपनियों के साथ भागीदारी बढ़ाने और अधिकतम मूल्य प्राप्त करने के लिए निरंतरता निधि स्थापित करने के साथ वैल्यू क्रिएशन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.