पीएम मोदी ने कर्नाटक में सेब, केरल में केसर, और तमिलनाडु में लीची की खेती का जिक्र 'मन की बात' कार्यक्रम में किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 27-04-2025
"Not just in mountains": PM Modi on noteworthy effort to grow apples in Karnataka; also mentions Kerala's saffron cultivation, litchis in TN

 

नई दिल्ली

खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे करीब 5000 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची दिल्ली पुलिस को सौंपी है, ताकि इन लोगों की घर वापसी सुनिश्चित की जा सके. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले में पर्यटकों पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र के हालिया निर्देश के मद्देनजर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं.
 
विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) ने सूची को दिल्ली पुलिस की एक विशेष शाखा के साथ साझा किया है, और इसे आगे के सत्यापन और पहचान के लिए संबंधित जिले के साथ साझा किया गया है. सूची में हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के नाम शामिल हैं, जिनके पास दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) है और उन्हें छूट दी गई है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "सत्यापन के लिए सूची संबंधित जिले को सौंप दी गई है, और पाक नागरिकों को अपने वतन लौटने के लिए कहा गया है. मध्य और उत्तर पूर्व जिलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक रहते हैं."  
 
अधिकारी ने बताया कि मामले को लेकर एक बैठक बुलाई गई है और दिल्ली पुलिस को मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं. दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा और खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों को दिल्ली में रह रहे इन पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में जानकारी एकत्र करने और उन्हें जल्द से जल्द भारत छोड़ने के लिए कहने का काम सौंपा गया है. एक अन्य अधिकारी ने पुष्टि की कि उनके पास दिल्ली में रह रहे 3000 और 2000 पाकिस्तानी नागरिकों की दो सूचियां हैं. कुछ नाम एक जैसे हैं और यह उनके ठहरने के सत्यापन के अधीन है क्योंकि कई पाकिस्तानी नागरिक पहले ही जा चुके हैं. 
 
शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने 27 अप्रैल, 2025 से मेडिकल, डिप्लोमैटिक और लॉन्ग-टर्म वीजा को छोड़कर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने के संबंध में एक आदेश जारी किया. मौजूदा मेडिकल वीजा भी 29 अप्रैल, 2025 के बाद अमान्य हो जाएंगे.
 
सरकार ने बाद में स्पष्ट किया कि हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को पहले से दिए गए एलटीवी वैध रहेंगे. अनुमान के मुताबिक, मजनू का टीला के पास करीब 900 लोग और सिग्नेचर ब्रिज के पास 600-700 लोग रह रहे हैं.