2025 की शुरुआत में न्यू-एज स्टॉक्स का बुरा हाल, फर्स्टक्राई से लेकर जोमैटो तक के शेयरों में हुई बड़ी गिरावट

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 17-01-2025
New-age stocks in bad shape at the beginning of 2025, shares from FirstCry to Zomato fell sharply
New-age stocks in bad shape at the beginning of 2025, shares from FirstCry to Zomato fell sharply

 

मुंबई
 
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर देखा जा रहा है. इसमें न्यू-एज स्टॉक्स में भी काफी बिकवाली देखने को मिल रही है. इस लिस्ट में फर्स्टक्राई से लेकर जोमैटो तक के शेयर शामिल हैं.  
 
फर्स्टक्राई का शेयर इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक (17 जनवरी) 24.82 प्रतिशत गिर गया है. फिलहाल शेयर 489 रुपये पर है.
 
इसके बाद मोबिक्विक का नाम है. जनवरी की शुरुआत से 17 जनवरी तक शेयर की कीमत 23.07 प्रतिशत कम होकर 456 रुपये हो गई. फिनटेक कंपनी मोबिक्विक की लिस्टिंग दिसंबर 2024 में हुई थी. लिस्टिंग के बाद शेयर में बड़ी तेजी देखी गई और इसने 698.30 रुपये प्रति शेयर का हाई बनाया था.
 
इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली वाली पीबी फिनटेक के शेयर में 1 जनवरी से लेकर 17 जनवरी के बीच 18.71 प्रतिशत की गिरावट हुई है और शेयर 1724 रुपये पर बना हुआ है.
 
इक्विसगो के शेयर की कीमत इस महीने में अब तक 20.63 प्रतिशत की गिरकर 142 रुपये हो गई है.
 
इसके अलावा न्यू-एज इंश्योरेंस कंपनी गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस के शेयर में जनवरी के शुरुआत से अब तक 11.76 प्रतिशत की गिरावट हुई है और शेयर की कीमत 288 रुपये हो गई है.
 
फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी जोमैटो और स्विगी के शेयर जनवरी की शुरुआत से अब तक क्रमश: 10.38 प्रतिशत और 12.75 प्रतिशत गिरकर 247 रुपये और 473 रुपये पर आ गए हैं.
 
दिग्गज फिनटेक कंपनी पेटीएम के शेयर में भी जनवरी की शुरुआत से अब तक 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है और फिलहाल यह 897 रुपये पर है.
 
जनवरी की शुरुआत से लेकर बाजार में भी गिरावट देखी गई है. इस दौरान सेंसेक्स में 2.42 प्रतिशत और निफ्टी में 2.30 प्रतिशत की गिरावट हुई है.
 
जानकारों के मुताबिक, गिरावट की वजह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की धमकियों के कारण वैश्विक अस्थिरता, भारतीय शेयर बाजार का अधिक वैल्यूएशन, वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के नतीजे कमजोर रहने का अनुमान है.