भारतीय डीटूसी ज्‍वेलरी सेगमेंट ने इस वर्ष 103 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया, अमेरिका से निकला आगे

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 24-10-2024
Indian D2C jewelry segment raised $103 million this year, overtaking the US
Indian D2C jewelry segment raised $103 million this year, overtaking the US

 

बेंगलुरु
 
भारतीय डायरेक्ट टू कंज्यूमर ज्वेलरी सेगमेंट में 550 से ज्यादा स्टार्टअप ने इस वर्ष 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा का फंड जुटाया . 
 
गुरुवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय डीटूसी ज्वेलरी सेगमेंट ने इस वर्ष अब तक 103 मिलियन डॉलर का फंड जुटा लिया है और रेस में अमेरिका को भी पछाड़ दिया है.
 
मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारतीय डीटूसी ज्वेलरी सेगमेंट ने 104 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है, जो वर्ष 2022 के 66.3 मिलियन डॉलर फंड से 57 प्रतिशत अधिक है.
 
देश में ज्वैलरी सेगमेंट के इतिहास में 2023 की तीसरी तिमाही सबसे ज्यादा फंड प्राप्त करने वाली तिमाही के रूप में दर्ज हुई है, इसमें कि कुल 71.5 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया गया.
 
रिपोर्ट में बताया गया है कि डीटूसी ज्वेलरी फंडिंग के लिए बेंगलुरु, चेन्नई और मुंबई जैसे शहरों का नाम लिस्ट में टॉप पर रहा. अकेले बेंगलुरु से कुल फंडिंग का 77 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान मिला.
 
वैश्विक स्तर पर, भारत ने डीटूसी ज्वेलरी सेगमेंट में फंडिंग शेयर को लेकर पहले स्थान पर अपनी जगह बनाई है. इस रेस में भारत ने अमेरिका और फिनलैंड को भी पीछे कर दिया है. कुल फंडिंग में भारत का शेयर 40 प्रतिशत से अधिक रहा.
 
ट्रैक्सन की सह-संस्थापक नेहा सिंह ने कहा, "इस सेक्टर के निरतंर आगे बढ़ने के साथ ऐसे ब्रांड जो बदलावों के अनुरूप काम करते हुए डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएं और सस्टेनेबिलिटी पर ध्यान केंद्र कर सकते हैं, वे ही अगले चरण में विकास का नेतृत्व करेंगे. यह घरेलू और वैश्विक स्तर पर ज्वैलरी मार्केट के लिए एक नए और रोमांचक युग की शुरुआत है"
 
निवेश में निरंतर वृद्धि की वजहें व्यक्तिगत सुविधाजनक खरीदारी, बेहतर खरीदारी अनुभव और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट जैसे ट्राई-ऑन टूल्स और एआई पावर्ड पर्सनलाइजेशन हैं.
 
इंडस्ट्री का फोकस सस्टेनेबिलिटी और कस्टमाइजेशन पर है, जिसकी वजह से निवेशक और ग्राहकों का आकर्षण बनते हुए इसमें विस्तार हो रहा है.
 
 सब्सक्रिप्शन-आधारित कीमती आभूषण प्रदान करने वाली ब्लूस्टोन जैसी प्रमुख कंपनियाें ने दो वर्षों में लगातार पांच फंडिंग राउंड के माध्यम से कुल 193 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्मार्ट हेल्थ रिंग्स के प्रोवाइडर अल्ट्रा ह्यूमन ने इसी अवधि में लगातार तीन राउंड में 39.6 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.