नई दिल्ली. केंद्र सरकार की तरफ से सोमवार को बताया गया कि उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से मिले प्रोत्साहन की वजह से इलेक्ट्रॉनिक गुड्स के निर्यात में जून महीने (साल-दर-साल) में 16.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार यह निर्यात जून 2023 के 2.42 बिलियन डॉलर से बढ़कर पिछले महीने 2.82 बिलियन डॉलर हो गया. अप्रैल में इलेक्ट्रॉनिक सामान का निर्यात 25.8 प्रतिशत बढ़ा, जो अप्रैल 2023 में 2.11 अरब डॉलर का था और इस साल यह बढ़कर 2.65 अरब डॉलर हो गया.
इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के निर्यात में पिछले 10 वर्षों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है. जिसमें मोबाइल फोन अव्वल पर है. अगले पांच वर्षों में देश का इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण लगभग 250 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है. फिलहाल देश का इलेक्ट्रॉनिक निर्यात करीब 125 से 130 अरब डॉलर का है.
भारत के घरेलू इलेक्ट्रॉनिक गुड्स उत्पादन की बात करें तो यह साल-दर-साल 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहा है. यह वित्त वर्ष 2017 में 49 अरब डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 101 अरब डॉलर हो गया है.
इस बीच, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल निर्यात 8.60 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज करते हुए 200.33 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है.मंत्रालय के अनुसार, तिमाही के दौरान कुल आयात 222.89 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो 8.47 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.
ये भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर : कई बंदिशों के बीच श्रीनगर में निकला 8वें मुहर्रम का जुलूस
ये भी पढ़ें : भारतीय न्याय प्रणाली में डिजिटल क्रांति: डॉ. फैजान मुस्तफा
ये भी पढ़ें : जयपुर : मुस्लिम समाज में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता, 120 प्रतिभाओं का सम्मान
ये भी पढ़ें : झूरी सिंह का मिर्जापुर से क्या है नाता