आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
घरेलू शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का निवेश बढ़ने और डॉलर में व्यापक कमजोरी के कारण 17 अप्रैल को रुपया लगातार चौथे सत्र में मजबूत हुआ. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की बढ़त के साथ 85.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो तीन अप्रैल के बंद स्तर के आसपास है.
रुपये ने दो अप्रैल के बाद हुए अपने सभी नुकसान की भरपाई कर ली है. उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर व्यापक ‘जवाबी शुल्क’ की घोषणा की थी. दो अप्रैल को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.52 पर रहा था. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, अमेरिकी शुल्क से राहत के बाद घरेलू शेयरों में सकारात्मक रुझान ने समग्र निवेशक कारोबारी धारणा को मजबूत किया. हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में कुछ सुधार ने भारतीय मुद्रा को कमजोर कर दिया.
डॉलर के मुकाबले रुपया 85.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.48 पर खुला और दिन में कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.31 के उच्चतम स्तर और 85.62 के निम्नतम स्तर के बीच घूमता रहा. कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले रुपया 85.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से 26 पैसे की बढ़त है. बुधवार के सत्र में रुपया 16 पैसे की बढ़त के साथ 85.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. पिछले चार सत्रों में भारतीय मुद्रा ने नौ अप्रैल को डॉलर के मुकाबले 86.68 के बंद स्तर से 130 पैसे यानी 1.5 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि विदेशी पूंजी के प्रवाह और जोखिम लेने की धारणा में सुधार से भारतीय मुद्रा में पर्याप्त साप्ताहिक वृद्धि देखी गई. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती नापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.09 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 99.29 पर कारोबार कर रहा था. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 1.21 प्रतिशत बढ़कर 66.65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
घरेलू शेयर बाजार में, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,508.91 अंक बढ़कर 78,553.20 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 414.45 अंक चढ़कर 23,851.65 अंक पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 4,667.94 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.