बच्चे देश का भविष्य हैं।
किसी भी देश की प्रगति उसके बच्चों की प्रगति पर निर्भर करती है।
आइए हम अपने आज का बलिदान दें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके।
एक बच्चे का दिमाग एक फूल की तरह होता है, जिसे सावधानी से पोषित करने की आवश्यकता होती है।
समाज में वास्तविक बदलाव लाने का एकमात्र तरीका बच्चों की शिक्षा और सशक्तिकरण है।
अगर हमें इस दुनिया में वास्तविक शांति सिखानी है, और अगर हमें युद्ध के खिलाफ वास्तविक युद्ध करना है, तो हमें बच्चों से शुरुआत करनी होगी।
एक बेहतर दुनिया बनाने की जिम्मेदारी बच्चों पर है, क्योंकि वे प्रगति की मशाल लेकर चलेंगे।