स्थान तैयार करें: फूलों और रोशनी से एक शांत जगह को साफ करें और सजाएँ।
मूर्ति स्थापित करें: गणेश की मूर्ति को पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके एक आसन पर रखें।
भगवान गणेश का स्वागत करें: एक दीया और धूप जलाएँ, और गणेश मंत्रों का जाप करें।
प्रार्थना और भोजन अर्पित करें: प्रार्थना करें और मिठाई, फल और दूध चढ़ाएँ।
आरती करें: आरती गाते हुए मूर्ति के सामने एक जलता हुआ दीया घुमाएँ।
फूल दें और अभिषेक करें: मूर्ति पर फूलों की वर्षा करें और दूध या पानी से स्नान कराएँ।
प्रसाद के साथ समापन करें: प्रसाद वितरित करें और कृतज्ञता की अंतिम प्रार्थना करें।