दुल्हन और दुल्हे के कपड़ों का गठबंधन एकता का प्रतीकित होता है।
उत्तरी और पूर्वी भारत के हिन्दू और मुस्लिम दुल्हे अपने चेहरे को एक सेहरा से ढ़क लेते हैं।
भारतीय विवाहों में एक हल्दी रिवाज भी होता है, जिसमें दुल्हन और दुल्हा को तेल, मुल्तानी मिट्टी, और हल्दी का एक हर्बल फेस पैक लगाया जाता है।
इन दो भारतीय धार्मिक समुदायों के विवाहों में दुल्हन के हाथ और पैरों पर मेहंदी लगायी जाती है।
जूता चुराई की परंपरा एक सामान्य मनोरंजन खेल है। इसमें दुल्हन की तरफ से लड़कियाँ दुल्हे की जूती चुरा लेती हैं और उसे केवल एक मोटे राशि के लिए ही वापस करती हैं।