मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
भारत और अमेरिका के बीच लगातार गहराते संबंधों को कलात्मक अभिव्यक्ति देने वाली कलाकार नौरीन सुल्ताना ने हाल ही में न्यूयॉर्क में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक विशेष पेंटिंग भेंट की. इस पेंटिंग का नाम "भारत और अमेरिका की मित्रता" है, जो दोनों देशों के बीच मजबूत हो रहे संबंधों का प्रतीक है. भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को यह उपहार दिया गया, जो उनकी अमेरिका यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा था.
नौरीन पति, बच्चों और अपनी पेंटिंग के साथ
कला के माध्यम से सांस्कृतिक प्रतीक और अनूठा संदेश
नौरीन की पेंटिंग में भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर को प्रमुखता से दर्शाया गया है, जो सौंदर्य और गौरव का प्रतीक है. इसके साथ ही, इस पेंटिंग में गहरे प्रतीकात्मक रंगों का प्रयोग किया गया है. भूरे रंग का प्रयोग प्रधानमंत्री मोदी की राशि कन्या के प्रतीक के रूप में किया गया है, जबकि नीलम नीले रंग से सितंबर माह और ज्ञान का प्रतीक प्रस्तुत किया गया है.
हरा रंग पर्यावरण और सद्भाव को दर्शाता है, जो दोनों देशों के बढ़ते संबंधों की समृद्धि और स्थिरता का प्रतीक है. इन सभी रंगों ने मिलकर एक ऐसे संदेश को उभारा है जो भारत और अमेरिका के बीच मित्रता और सहयोग का अद्वितीय बिंब प्रस्तुत करता है.
भारत-अमेरिका संबंधों पर नौरीन की सोच
कार्यक्रम के दौरान नौरीन सुल्ताना ने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते संबंधों पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा, “मोदी युग में, दोनों देशों के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हुए हैं. यह मित्रता केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक और लोगों द्वारा प्रेरित है.” उन्होंने बताया कि उनकी पेंटिंग का उद्देश्य इसी एकता को संजोना और प्रदर्शित करना है.
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेंटिंग में निहित इस संदेश और प्रतीकात्मकता की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रशासन ने न केवल मजबूत राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर शांति और सहयोग को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मोदी के लिए यह पेंटिंग केवल एक कला कृति नहीं, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों की बढ़ती एकता का प्रतीक बन गई है.
नौरीन सुल्ताना की यात्रा: कला और सांस्कृतिक धरोहर का अनोखा संगम
एक कलाकार के रूप में नौरीन सुल्ताना की यात्रा ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है. उनकी कला की अनोखी शैली और संस्कृति को प्रदर्शित करने का विशेष तरीका उन्हें अन्य कलाकारों से अलग बनाता है. 2023 में न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर उनकी प्रदर्शनी "हैदराबाद की सुंदरता" के रूप में लगाई गई थी, जिसमें उन्होंने हैदराबाद की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और वास्तुकला को प्रस्तुत किया.
इस प्रदर्शनी में नौरीन ने आधुनिक तकनीकों के साथ पारंपरिक इतिहास का सम्मिश्रण कर एक अनोखी कला कृति तैयार की, जो दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हुई.हालांकि नौरीन ने अपनी यात्रा मामूली साधनों से शुरू की थी, परंतु उनके कला के प्रति प्रेम और समर्पण ने उन्हें नए माध्यमों और नए विषयों को तलाशने की प्रेरणा दी.
उन्होंने अपनी कला में मेंहदी की जटिल डिजाइनों का इस्तेमाल करना शुरू किया, जिससे उनकी कला में एक अद्वितीय मौलिकता देखने को मिली. मेंहदी के इस अनोखे उपयोग और उनकी प्रतिभा ने उन्हें प्रारंभिक ध्यान और प्रशंसा दिलाई, परंतु यह उनकी दृढ़ता और लगन थी जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
नौरीन का पारिवारिक सहयोग और समर्पण
नौरीन का मानना है कि उनके इस सफर में उनके माता-पिता और पति वहीद खान का विशेष सहयोग और समर्थन रहा है. इसके साथ ही, उनकी इस कला यात्रा में उनके बेटे दानिश खान और माहिद खान का भी योगदान रहा है.
नौरीन ने अपने बेटों को भी कला के प्रति प्रेरित किया है, और अब वे भी उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. दानिश और माहिद दोनों बहु-प्रतिभाशाली कलाकार हैं और उनके रचनात्मकता, उत्कृष्टता और सांस्कृतिक संवेदनशीलता ने उन्हें विशेष पहचान दिलाई है.
अंतरधार्मिक सद्भाव और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा
नौरीन की कला का एक प्रमुख उद्देश्य केवल सौंदर्य नहीं, बल्कि एकता और शांति का संदेश फैलाना भी है. उनकी रचनाएं अंतरधार्मिक संवाद और सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहित करती हैं. सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन कर उन्होंने विविधता का जश्न मनाया और एकता को बढ़ावा दिया है.
रोड आइलैंड स्टेट हाउस में ईद उल फितर समारोह का सफल आयोजन करने का श्रेय भी नौरीन को जाता है, जिसमें प्रमुख सामुदायिक नेताओं ने भाग लिया था. उनकी यह पहल सामुदायिक एकता को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है, जो कला और सामाजिक सुधार दोनों क्षेत्रों में उनकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है.
भारत-अमेरिका की मित्रता का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की गई नौरीन की पेंटिंग न केवल एक कलाकृति है, बल्कि यह भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच एकता और सहयोग का प्रतीक है. यह उन दोनों देशों के बीच संबंधों की गहराई को प्रदर्शित करती है जो समय के साथ और भी मजबूत हुए हैं.
अपने काम के माध्यम से, नौरीन ने न केवल भारत और अमेरिका की मित्रता को सम्मानित किया है, बल्कि एक ऐसी दुनिया की भी झलक दी है जहाँ कला, संस्कृति, और एकता सीमाओं को पार करती है.
नौरीन की कहानी प्रेरणादायी
एक कलाकार, माँ और एकता की समर्थक के रूप में नौरीन सुल्ताना की कहानी न केवल प्रेरणा देती है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि कला का उद्देश्य केवल सौंदर्य से परे है. कला संवाद का माध्यम है, एकता का प्रतीक है और यह विश्व को जोड़ने का जरिया है. उनके जीवन की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि दृढ़ता और समर्पण से न केवल व्यक्तिगत सफलता हासिल की जा सकती है, बल्कि वैश्विक संबंधों को भी नई दिशा दी जा सकती है.