मोहम्मद शम्स आलम शेख का रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स 2025 में अद्वितीय प्रदर्शन, छह पदक जीते, रिकॉर्ड बनाए

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 04-02-2025
Mohammad Shams Alam Sheikh's unique performance at Reykjavik International Games 2025, won six medals, set records
Mohammad Shams Alam Sheikh's unique performance at Reykjavik International Games 2025, won six medals, set records

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

भारतीय तैराक मोहम्मद शम्स आलम शेख ने 24-26 जनवरी 2025 तक आयो‍जित रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स में असाधारण प्रदर्शन किया और कुल छह पदक अपने नाम किए. इस शानदार प्रदर्शन के दौरान, शम्स आलम ने 50मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में कांस्य पदक, 50मीटर बटरफ्लाई में पांचवां स्थान, 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में रजत पदक, और 100मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीते. इसके अलावा, उन्होंने 200 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में स्वर्ण पदक और 200 मीटर व्यक्तिगत मेडली में रजत पदक भी प्राप्त किया.

इसके साथ ही, शम्स आलम ने 200मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में एक ऐतिहासिक एशियाई रिकॉर्ड भी बनाया, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इसके साथ ही, उन्होंने 200मीटर फ्रीस्टाइल में भी रजत पदक हासिल किया.

इस प्रकार, कुल मिलाकर शम्स आलम ने रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स 2025में छह पदक जीते, जिनमें 1स्वर्ण, 3रजत और 2कांस्य पदक शामिल थे. इसके अलावा, उन्होंने 1एशियाई रिकॉर्ड और 1राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी अपने नाम किया.

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रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स 2025: एक शानदार प्रतियोगिता

रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स 2025, जो 24से 26जनवरी तक आयोजित किए गए, एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैराकी प्रतियोगिता थी जिसमें दुनियाभर से कई प्रतिभाशाली तैराकों ने भाग लिया.

यह आयोजन तैराकी में उच्चतम मानकों का प्रतिनिधित्व करता है और इसके दौरान कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड भी बने. इस प्रतियोगिता में शम्स आलम शेख का प्रदर्शन खास रहा, जिन्होंने न केवल व्यक्तिगत सफलता हासिल की, बल्कि भारत का नाम भी रोशन किया.

शम्स आलम का उत्कृष्ट प्रदर्शन

शम्स आलम ने अपनी शानदार तैराकी क्षमताओं का परिचय देते हुए विभिन्न श्रेणियों में पदक जीते. सबसे प्रमुख जीत उनकी 200मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में रही, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर न केवल प्रतियोगिता की जीत दर्ज की, बल्कि एशियाई रिकॉर्ड भी तोड़ा.

इस प्रदर्शन के साथ, शम्स आलम ने यह सिद्ध कर दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय तैराकी के एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं.

इसके अलावा, शम्स ने 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में कांस्य, 50मीटर बटरफ्लाई में पांचवां स्थान और 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में रजत पदक जीतकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा को साबित किया। 100 मीटर फ्रीस्टाइल में भी उन्होंने कांस्य पदक प्राप्त किया.

उनकी 200 मीटर व्यक्तिगत मेडली में रजत पदक जीतने की भी खास अहमियत है, क्योंकि यह एक कठिन और चुनौतीपूर्ण श्रेणी होती है, जिसमें तैराक को कई प्रकार की तैराकी शैलियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होता है.

एशियाई और राष्ट्रीय रिकॉर्ड

200 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में शम्स आलम ने न केवल स्वर्ण पदक हासिल किया, बल्कि एक नया एशियाई रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. यह उपलब्धि न केवल शम्स आलम के लिए बल्कि भारतीय तैराकी के लिए भी गौरव का क्षण था.

इसके साथ ही, शम्स ने एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया, जो उनके करियर की एक नई शुरुआत का प्रतीक है।

शम्स आलम का भविष्य

शम्स आलम शेख का यह प्रदर्शन केवल उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम नहीं है, बल्कि भारतीय तैराकी की संभावनाओं को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाने का एक संकेत है. शम्स आलम का कहना है कि वह अपने अगले लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पूरी मेहनत और दृढ़ता के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं.

samsh

उनका सपना ओलंपिक जैसे बड़े मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का है. इस प्रकार के अद्वितीय प्रदर्शन से उनकी यात्रा के नए अध्याय की शुरुआत होती है.मोहम्मद शम्स आलम शेख का रेक्जाविक इंटरनेशनल गेम्स 2025 में प्रदर्शन भारतीय तैराकी के लिए एक ऐतिहासिक पल साबित हुआ.

उन्होंने न केवल छह पदक जीते, बल्कि अपने द्वारा स्थापित किए गए नए रिकॉर्ड से तैराकी जगत को एक नई दिशा भी दी. यह उनकी मेहनत, लगन और समर्पण का प्रमाण है, जो भारतीय तैराकी को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में सक्षम है। अब भारतीय तैराकी समुदाय और उनके प्रशंसकों को शम्स आलम से और भी अधिक उम्मीदें हैं, और यह निश्चित है कि उनका भविष्य उज्जवल होगा.