आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली/अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की छात्रा शादा खान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और उपलब्धि हासिल करते हुए यूनाइटेड नेशंस द्वारा मान्यता प्राप्त सामाजिक संगठन लायंस क्लब फ्रांस के सहयोग से आयोजित एएमआईसीआईएफ सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत फ्रांस में एक प्रतिष्ठित और पूर्णतः प्रायोजित इंटर्नशिप के लिए चयनित होकर विश्वविद्यालय और देश का नाम रोशन किया है.
शादा एएमयू के फ्रेंच विभाग में एमए द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा हैं. उन्हें यह अवसर मार्सिले (फ्रांस) में आयोजित होने वाले सीआईएफएसई 2025 (CIFFSE 2025) कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त हुआ है, जो कि दुनिया भर से चुने गए युवाओं को उनकी संस्कृति, विरासत और वैश्विक संवाद के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करता है.
शादा खान को दुनियाभर के 400 से अधिक प्रतिभागियों में से केवल 16 चयनित छात्रों में शामिल किया गया है, और वह उत्तर प्रदेश राज्य से चुनी गई एकमात्र छात्रा हैं. इस चयन ने उन्हें न केवल एएमयू बल्कि पूरे राज्य और देश का गौरव बढ़ाने वाला चेहरा बना दिया है.
AMICIF (Association des Membres de l’International des Clubs Francophones) एक अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो फ्रांस में लायंस क्लब की साझेदारी में आयोजित होता है.
यह कार्यक्रम विभिन्न देशों से आए छात्रों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान, सामाजिक सहभागिता, बहुभाषिक संवाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अनुभव प्रदान करता है.
इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में वैश्विक जागरूकता और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना है, साथ ही उन्हें फ्रांस की संस्कृति, प्रशासनिक ढांचे और सामाजिक संस्थानों से अवगत कराना भी है.
अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संकाय के डीन प्रो. मुहम्मद अजहर ने शादा को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी और कहा,
"शादा खान ने जो मुकाम हासिल किया है, वह न केवल विश्वविद्यालय बल्कि भारतीय युवाओं की क्षमता और वैश्विक मंच पर उनकी स्वीकार्यता का प्रमाण है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं."
पूर्णतः प्रायोजित (Fully Sponsored): यात्रा, ठहरने, खानपान और अन्य खर्चों की पूरी जिम्मेदारी आयोजकों द्वारा वहन की जाएगी.
वैश्विक Exposure: शादा को विभिन्न देशों के युवाओं के साथ मिलकर कार्य करने और फ्रांसीसी संस्कृति को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा.
नेटवर्किंग और नेतृत्व: कार्यक्रम में सहभागिता से उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्क बनाने और नेतृत्व कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा.