ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
"मेरे पिता की मृत्यु कैंसर से तब हुई, जब मैं 9 वीं कक्षा में था. इसके बाद हमारे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. मेरी मां घरेलू कामों में लोगों की मदद करती थीं ताकि मेरी और मेरे छोटे भाई की पढ़ाई और पालन पोषण किया जा सके.
अपने जीवन में मेने इस कठिन समय को एक परेशानी नहीं समझा बल्कि अवसर मानकर उससे प्रेरणा ली. और मानव जीवन को अपने ही अंदाज में केनवास पर उतारना शुरू किया जिसे लोगों ने काफी सराहा.
आज के समय में मेरी बनाई हुई पेंटिंग्स और पोर्ट्रेट्स अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों में तारीफें बटोर रहीं हैं." अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एमकॉम की पढ़ाई कर रहे छात्र अदनान अंसारी द वॉयस को फोन पर बताया.
सबसे पहली कमाई 200 रुपये हुई: अदनान अंसारी
अदनान ने आवाज द वायस को बताया कि Drawing यानी चित्रकला का शोक उन्हें स्कूल से ही था. घर के हालात को देखते हुए अदनान ने अपने शौक को अब पेशा बना लिया है. उन्होनें बताया कि पिता के निधन के बाद मां अकेली हो गई थीं. उनका हाथ बंटाने के लिए मैंने कोरोना काल के लॉकडाउन के दौरान पेंसिल और कागज की मदद से घर में ही चारदिवारी के अंदर ही अपनी ड्राइंग स्किल्स पर काम किया और उसको तराशना शुरू किया.
इसके बाद अदनान ने अपना इंस्टग्राम पेज बनाया जिसपर वे अपने बनाए हुए चित्र उपलोड करने लगे. लोगों सोशल मीडिया पर उनकी कला की काफी तारीफ की लेकिन उन्होनें बताया कि कलाकार का पेट तारीफ से भर जाता है मगर घर सिर्फ तारीफ से चलाना नामुमकिन हैं.
अदनान ने आवाज द वॉयस को बताया कि उन्होनें अपनी 12वीं तक की स्कूली शिक्षा अलीगढ पब्लिक स्कूल से हासिल की है. एक दिन उनके जूनियर ने उन्हें फ़ोन पर एक आर्डर दिया उसकी डिमांड एक पोर्ट्रेट की थी.
अदनान ने बताया की वहीं मेरा सबसे पहली कमाई थी. जिसके मुझे 200 रुपये मिले थे. इसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. सोचा अगर और भी अच्छी चित्र बनाऊंगा, तो मुझे और अच्छे पैसे मिलेंगे. लगातार कड़ी मेहनत और लगन के बाद आज मैं इस मुकाम पर हूं कि मेरे द्वारा बनाए जा रहे चित्रों की मांग विदेशों में भी है.
अमेरिका, यूके, कनाडा, सऊदी अरब से चित्र बनाने के आर्डर
कोरोना काल में लगातार प्रेक्टिस करने के बाद अदनान ने अपनी कला में निपुणता हासिल की. अदनान ने बताया कि मेरा इंस्टाग्राम पेज अब काफी फल फूल रहा है. मेरे फोल्लोवेर्स बढ़ रहे हैं. जिस पर मैं अपने चित्रों को अपलोड करता हूं.
वहीं से आम लोग, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार और फोटोग्राफर मेरे द्वारा बनाए गए चित्र को पसंद करते हैं और वह मुझे ऑर्डर भी देते हैं. मेरे पास इस वक्त अमेरिका, यूके, कनाडा, सऊदी अरब से चित्र बनाने के आर्डर हैं. अदनान ने आवाज द वॉयस को बताया कि अबतक उनकी सबसे महंगी चित्रकला 40,000 में बिकी है.
सच्चा कलाकार वो है जो अपनी कल्पना को कागज पर उतार दें: अदनान अंसारी
अदनान ने आवाज द वॉयस कि वो हमेशा से ही रचनात्मक रहे हैं और जीवन को अपनी नजरों से समझने की कोशिश करते करते रहे हैं जिसे वे आज अपनी कला के माध्यम से लोगों को परोस रहे हैं जिसमें उनकी कल्पना की परिपक्वता नजर आती है. किसी चीज की नकल करके नकल करके हूबहू बना देना उनके हिसाब से आर्ट की परिभाषा नहीं है.
अदनान ने बताया कि वे किसी भी तरह के पुराने से पुराने कटे-फटे फोटो का भी चित्र बना सकते हैं. "उदाहरण के लिए अगर आप मुझे कोई कलर या ब्लैक एंड व्हाइट फोटो देंगे तो मैं उसे बिल्कुल ओरिजिनल जैसा बना दूंगा, जिससे आपको लगेगा कि यह वाला बेहतर है, भले ही फोटो कितनी भी पुरानी क्यों न हो, अगर इसमें 10से 15प्रतिशत भी कल्पना हो तो मैं इसे बना सकता हूं."
घर का खर्च चलाने में माँ की मदद
अदनान ने आवाज द वॉयस को बताया कि मेरी माँ राशिदा बेगम पढ़ी लिखी नहीं और वो लोगों के घरेलू काम में मदद करती हैं, जिससे कुछ आय उन्हें मिलती हैं. लेकिन वो काफी नहीं है. उनके छोटे भाई बिलाल अंसारी की पढ़ाई अभी बाकी है.
ऐसे में उन्हें कुछ ऑर्डर भी मिल रहे हैं, जिससे मुझे घर का खर्च चलाने में मदद मिल रही है. हमारे पास फिलहाल अपना घर नहीं है, जहां पर मेरी माँ काम करती हैं. उन्हीं लोगों ने अपनी कोठी में कुछ हिस्सा हमें रहने के लिए दिया हुआ है, जहां पर मैं अपने परिवार के साथ रहता हूँ.
अदनान अंसारी आवाज द वॉयस को बताया कि वे अलीगढ़ के पूर्व एमपी जमाल ख्वाजा का शुक्राना ऐडा किया जिनके यहां वे रहते हैं. उनके ही घर के एक छोटे से कमरे में अदनान अपना आर्ट वर्क करते हैं और अपनी छोटी सी दुनिया में बड़े बड़े कैनवास ड्राइंग करते हैं.
कला को निखारना जारी है
अदनान ने आवाज द वॉयस को बताया कि मैं अभी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा हूं. इसी के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी कला को निखार रहा हूं. हालांकि जो मेरा काम है, इस तरह के काम विदेश में ज्यादा समझे और पसंद किए जाते हैं. लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक न एक दिन मुझे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ा सम्मान मिलेगा उसके लिए मेरी मेहनत जारी है.
अदनान ने बताया "मैंने शुरुआत पेंसिल और शीट से ही की थी तो अभी तक जितने मैंने चित्र बनाए हैं उनमें चारकोल पेंसिल, चारकोल पाउडर, रबर, कटर स्केल, चाकू का ही इस्तेमाल किया है. अब क्योंकि मेरे पास पैसे आ गए हैं, तो अब मैं कैनवस, लाइट, कंप्यूटर, कैमरा का भी इस्तेमाल कर रहा हूं."
छिपे टैलेंट को बाहर निकालें
अदनान ने कहा कि युवाओं को अपने अंदर छिपे हुए टैलेंट को बाहर निकालना चाहिए और जो भी उनके पास सुविधा उपलब्ध है उन्हें इस्तेमाल करते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. बड़ा करने के लिए बड़ी चीज होना जरूरी नहीं होता, छिपे हुए टैलेंट को बाहर निकाल कर ईमानदारी से कड़ी मेहनत करनी चाहिए. एक न एक दिन सफलता जरूर आपके कदम चूमेगी.
हर एक चित्र की अपनी अलग कहानी
अदनान ने आवाज द वॉयस को बताया कि मैं ज्यादातर वह चित्र बनाना पसंद करता हूं जिनके पीछे कोई कहानी छिपी हो. मैं कुछ अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार और फोटोग्राफर के चित्र देखता रहता हूं और जो मुझे पसंद आता है उसी को बनाना शुरू कर देता हूं.
आर्टिस्ट के अलावा फुटबाल प्लेयर और वीडियो एडिटर भी
अदनान अंसारी आर्टिस्ट के अलावा स्टेट लैवल अंडर 19 के फुटबॉल चैम्पियन भी हैं और वो लोगों के लिए फ्रीलांस वीडियो एडिटिंग भी करते हैं. भविष्य में अदनान अपना एक ऐसा स्टूडियो और टीम का निर्माण करना चाहते हैं जिसमें उनकी कला और वीडियो एडिटिंग स्किल्स का इस्तेमाल करके वे दुनिया में न्य डिजिटल आर्ट क्रिएट कर सकें.
अपने काम में प्रोफेशनल
अदनान अंसारी बताते हैं कि पहले वे अपने फौरन क्लाइंट्स को डिजिटल लेआउट तैयार कर भेजते हैं. ये सब वे सकेटच्बुक सॉफ्टवेयर के माध्यम से करते हैं. इसके बाद डिज़ाइन पास होने के बाद वे इसे पेंसिल से केनवास पर तैयार करते हैं. वे अपनी हर एक डिज़ाइन में एक कांसेप्ट लेकर चलते हैं जो सभी के दिल को लुभाता है.
खुद को बनाना है बड़ा कलाकार
अदनान ने बताया कि मैं चित्र बनाने के बहुत ज्यादा पैसे नहीं लेता हूं. मैं अपनी मेहनत के ही पैसे लेता हूं और चित्र पर यह डिपेंड करता है कि उसका चार्ज कितना है. वैसे अल्लाह का शुक्र है कि मैं इतना कमा लेता हूं कि अपने घर का खर्चा चला पा रहा हूं. मैं अपने आप को आगे बढ़ाने के लिए आधुनिक चीज भी खरीद रहा हूं. अपने आप को अगले 5सालों में हिंदुस्तान का एक बड़ा कलाकार देखता हूं.
अदनान को अबतक अपनी कल के लिए कई छोटे बड़े अवार्ड्स मिल चुके हैं. उनकी कला की प्रदर्शनी नेशनल आर्ट एक्सहिबिशन में भी लगाई गई थी. जिसे लोगों ने काफी पसंद किया था. अदनान युथ फेस्ट और बाकी प्रतियोगिताओं में भी सक्रियता से भाग लेते हैं.