हरजिंदर
यह कहानी 17 सदी के शुरुआती दौर की है. जब सिखों के छठे गुरु हरगोबिंद जी ने गुरुगद्दी संभाली तो वह दौर खत्म हो चुका था जब अकबर ने सभी धर्मों को पास लाने की बड़ी कोशिशें की थी. जहांगीर के शासनकाल में तरह-तरह के वैमनस्य पूरे भारत में ही सतह पर आने लगे. हरगोबिंद जी को बहुत जल्दी यह समझ में आ गया कि जिस तरह के खतरे चारो ओर हैं सिर्फ आध्यात्म के भरोसे काम चलने वाला नहीं है. इसके बा...Read moreप्रमोद जोशी
अमेरिका का टैरिफ-युद्ध इस हफ्ते पूरी तरह शुरू हो जाएगा. उसका असर अब चीन, कनाडा और मैक्सिको से आगे निकलकर विश्वव्यापी होगा, जिसमें भारत भी शामिल है. वैश्विक-अर्थव्यवस्था के लिए यह एक नया संधिकाल है.
मामला केवल आर्थिक-रिश्तों तक सीमित नहीं है. सामरिक, पर्यावरणीय और अंतरराष्ट्रीय-प्रशासन से जुड़े मसले भी इससे जुड़े हैं. अमेरिका की नीतियों को बदलते वैश्विक-संबंधों के लिहाज से देखने की ज़रूरत है, खासतौर से हमें भारत-अमेरिका रिश्तों के नज़रिए से इसे देखना होगा.&nb......Read more